इनपर तिथियों के साथ विभिन्न प्रकार की लिखित जानकारियां भी होती है. इनपर बहुत से राजाओं, उनकी उपलब्धियों उनके साम्राज्य राजा के शासनकाल आदि की जानकरियां मिलती है. इनके अध्ययन करने पर हमें प्राचीन भारतीय इतिहास की बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त होती है.
चालुक्य वंश (बादामी/वातापी के चालुक्य – मुख्य शाखा)
जानिये कैसे हुआ ताजमहल का निर्माण -एक नदी के किनारे कैसे टिका है ताजमहल
डांडी किस राज्य में स्थित है? उत्तर- गुजरात में
प्रश्न – दिल्ली की गद्दी पर बैठने से पहले इल्तुतमिश क्या था ?
अलबरुद्दीन किसके साथ भारत आया था ? उत्तर- महमूद गजनी
प्रश्न: इतिहास को कितने कालों में बांटा गया है?
स्वतंत्रता संग्राम से सम्बंधित प्रसिद्ध व्यक्तित्व
पूर्व मध्य कालीन भारत गुर्जर साम्राज्य
पर उस अभियान में उन्हें सफलता न मिल पाने के कारण उन्होंने विद्यारण्य नामक संत के प्रभाव से उन्होंने वापस हिन्दू धर्म को अपना लिया था।
नेऊन पाकिस्तान में वर्तमान हैदराबाद के दक्षिण में स्थित चराक के समीप था। देवल के बाद मुहम्मद कासिम नेऊन की ओर बढ़ा। दाहिर ने नेऊन की रक्षा का दायित्व एक पुरोहित को सौंप कर अपने बेटे जयसिंह को ब्राह्मणाबाद बुला लिया। नेऊन में बौद्धों की संख्या अधिक थी। उन्होंने मुहम्मद बिन कासिम का स्वागत किया। इस प्रकार बिना युद्ध किए ही मीर क़ासिम का नेऊन दुर्ग पर अधिकार हो गया। सेहवान विजय
प्रश्न – मुहम्मदउत्तर – बिनउत्तर – कासिम के आक्रमण के समय सिंध का शासक कौन था ?
लेकिन अरब सागर के मार्ग से अरब के लोग दक्षिण भारत check here के कई इलाकों खासकर के वे केरल से अपना व्यापार संबंध इससे कई सदी पहले से बनाये हुये थे